नोएडा पुलिस ने सेक्टर-63 में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर हॉलिडे पैकेज के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में 17 महिलाएं भी शामिल हैं। कुल 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी हॉलिडे टूर पैकेज का लालच देकर लोगों से पैसे वसूलते थे और फिर गायब हो जाते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार लैपटॉप, तीन मॉनीटर, तीन कीबोर्ड, तीन सीपीयू, चार चार्जर, दो माउस, दो राउटर, तीन स्विच, तीन आईपैड, एक मोबाइल और कई अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा
गिरफ्तार किए गए आरोपियों का कॉल सेंटर सेक्टर-63 के ए और एच ब्लॉक में स्थित था। यहां कंट्री हॉलिडे ट्रैवल इंडिया लिमिटेड के नाम से ऑपरेशन चलाया जा रहा था। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह गिरोह डार्क वेब से डेटा चुराकर लोगों को फर्जी हॉलिडे टूर पैकेज का झांसा देता था। पैकेज की बुकिंग के नाम पर पैसे वसूले जाते थे, लेकिन बुकिंग कभी कंफर्म नहीं होती थी। इसके बाद ग्राहकों को टालमटोल कर ठगी की जाती थी।
कैसे हुआ पर्दाफाश?
गुरुवार को आम्रपाली इडेन पार्क निवासी अनिता ने कंट्री हॉलिडे ट्रैवल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अनिता ने बताया कि उन्हें ज्योति और श्रीयश चौधरी नाम के व्यक्तियों ने आईटीसी होटल में नौ दिन की यात्रा के लिए 84 हजार रुपये का पैकेज दिया था। जब बुकिंग कंफर्म नहीं हुई और पैसे वापस नहीं मिले, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत की।
जांच के दौरान पुलिस को पुणे समेत अन्य जगहों से भी पांच ऑनलाइन और लिखित शिकायतें मिलीं। इन शिकायतों के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा और 32 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
ठगी का बड़ा नेटवर्क
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह पिछले दो साल से सक्रिय था और अब तक सैकड़ों लोगों से लाखों रुपये ठग चुका है। ग्राहकों को 2.50 लाख, 2 लाख, और 80 हजार रुपये तक के महंगे टूर पैकेज ऑफर किए जाते थे। इन पैकेज की बुकिंग कभी कंफर्म नहीं होती थी।
बरामदगी और पूछताछ
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों से पूछताछ की और उनके ठगी के तरीकों का खुलासा किया। गिरोह डार्क वेब से डेटा चुराकर संभावित ग्राहकों की सूची बनाता था। इसके बाद कॉल सेंटर से ग्राहकों को कॉल कर हॉलिडे पैकेज का लालच दिया जाता था।
पुलिस का बयान
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने कहा, “गिरफ्तार किए गए लोग संगठित तरीके से ठगी कर रहे थे। उनके पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज बरामद हुए हैं। आम जनता को ठगने के लिए ये लोग डार्क वेब का इस्तेमाल कर रहे थे। मामले की आगे जांच की जा रही है।”
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही, इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी जारी है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध कॉल या ऑफर के झांसे में न आएं और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस मामले से एक बार फिर यह साफ हो गया है कि ठगी करने वाले अपराधी तकनीक का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहे हैं। आम जनता को सतर्क रहने और किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करने की सलाह दी जाती है।