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*विक्रांत मैसी ने फिल्मों से जल्दी रिटायरमेंट पर सवाल टाले, द साबरमती रिपोर्ट की संसद में स्क्रीनिंग*

हाल ही में संसद के बालयोगी ऑडिटोरियम में विक्रांत मैसी की फिल्म द साबरमती रिपोर्ट की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व उपस्थित थे। लेकिन इस मौके पर विक्रांत के फिल्मों से जल्दी रिटायरमेंट के फैसले को लेकर चर्चा ज्यादा गर्म रही। विक्रांत ने व्यक्तिगत कारणों से एक्टिंग से ब्रेक लेने की घोषणा की थी, जिससे उनके प्रशंसकों और फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मच गई।

रिटायरमेंट पर चुप्पी

स्क्रीनिंग के दौरान विक्रांत ने अपने रिटायरमेंट से जुड़े सवालों को टाल दिया। उन्होंने इस विषय पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी और केवल फिल्म की अहमियत और उसके विषय पर चर्चा की। विक्रांत ने कहा कि द साबरमती रिपोर्ट एक सच्चाई को उजागर करती है और इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। इस फिल्म को कई लोग “प्रोपेगेंडा” कहकर आलोचना कर रहे हैं, लेकिन विक्रांत ने इसे खारिज करते हुए कहा कि फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और दर्शकों को इसे देखकर अपनी राय बनानी चाहिए।

रिटायरमेंट की घोषणा

कुछ दिन पहले विक्रांत ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा की थी कि वह 2025 के बाद फिल्मों से ब्रेक लेंगे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “पिछले कुछ साल बेहतरीन रहे हैं। मैंने जो समर्थन और प्यार पाया, वह अद्वितीय है। लेकिन अब मुझे अपने परिवार और व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान केंद्रित करना है।” उनके इस फैसले से उनके साथी कलाकार भी हैरान हैं। अभिनेत्री पत्रलेखा और आकांक्षा रंजन कपूर ने उनके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इंडस्ट्री को उनके जैसे अद्भुत अभिनेता की जरूरत है।

फिल्म की अहमियत और प्रतिक्रिया

द साबरमती रिपोर्ट एक संवेदनशील विषय पर आधारित है और इसकी कहानी ऐतिहासिक तथ्यों के इर्द-गिर्द बुनी गई है। फिल्म में विक्रांत के साथ राशी खन्ना और रिद्धि डोगरा मुख्य भूमिकाओं में हैं। विक्रांत ने बताया कि फिल्म को बिना किसी सेंसर कट के मंजूरी मिली है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिल्म की दोबारा शूटिंग केवल गुणवत्ता सुधार के लिए की गई थी, न कि सेंसर बोर्ड के सुझावों की वजह से।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस फिल्म की तारीफ की और इसे “सच्चाई को उजागर करने वाला” बताया। उनका मानना है कि इस तरह की फिल्में समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।

दर्शकों और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया

विक्रांत के प्रशंसकों ने उनके रिटायरमेंट की खबर पर निराशा जताई है। कई लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर वापस आने की अपील की। वहीं, फिल्म के विषय और इसकी प्रस्तुति को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं। कुछ इसे ऐतिहासिक तथ्यों को उजागर करने वाला मानते हैं, जबकि अन्य इसे एकतरफा दृष्टिकोण वाला बताते हैं।

विक्रांत मैसी का रिटायरमेंट उनके प्रशंसकों के लिए एक झटका है, लेकिन उनके फैसले के पीछे उनकी पारिवारिक जिम्मेदारियां हैं। द साबरमती रिपोर्ट ने न केवल फिल्म इंडस्ट्री में बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी चर्चा को जन्म दिया है। विक्रांत ने फिल्म के माध्यम से एक बार फिर अपने उत्कृष्ट अभिनय और कथानक चयन का परिचय दिया है।

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