उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में प्रदेश का पहला मॉडल लेबर चौक स्थापित किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य मजदूरों के लिए बेहतर सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आमतौर पर, लेबर चौकों में मजदूरों के लिए बैठने की व्यवस्था और खाने-पीने की सुविधाएं सीमित होती हैं, लेकिन नोएडा प्राधिकरण का यह नया प्रोजेक्ट मजदूरों को संपूर्ण समर्थन प्रदान करेगा।
**सेक्टर 49 में मॉडल लेबर चौक का निर्माण**
नोएडा प्राधिकरण ने हाल ही में सेक्टर 49 में एक मॉडल लेबर चौक के निर्माण का काम शुरू किया है। इस मॉडल चौक में मजदूरों को मुफ्त में खाना उपलब्ध कराया जाएगा, जो कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से उपलब्ध होगा। इस समय, यहां की प्राथमिक सुविधा भोजन है, लेकिन भविष्य में इस चौक में बैठने और अन्य सुविधाओं के लिए शेल्टर का निर्माण भी किया जाएगा।
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने इस पहल की शुरुआत दो महीने पहले की थी। उनका उद्देश्य यह है कि मजदूरों को एक ऐसा स्थान प्रदान किया जाए जहाँ वे आराम से बैठ सकें, अच्छी गुणवत्ता का खाना खा सकें और अन्य आवश्यक सुविधाओं का उपयोग कर सकें। इस मॉडल लेबर चौक की लागत करीब 26 लाख रुपये अनुमानित है और इसके निर्माण का कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसमें वॉटर कूलर भी लगाया जाएगा ताकि मजदूरों को शुद्ध पीने का पानी मिल सके।
शेल्टर के निर्माण में चारों ओर से खुली डिजाइन, बेंच और पंखे शामिल किए जाएंगे ताकि गर्मियों में मजदूरों को कोई कठिनाई न हो। इस मॉडल चौक की एक खास बात यह है कि यह केवल खाना और बैठने की सुविधा ही नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और आरामदायक वातावरण भी प्रदान करेगा।
**अन्य स्थानों पर भी मॉडल लेबर चौक की योजना**
नोएडा में यह पहला मॉडल लेबर चौक होने जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही प्राधिकरण की योजना अन्य स्थानों पर भी इसी तरह के लेबर चौक विकसित करने की है। हरौला, सेक्टर-62 गोल चक्कर, और एनआईबी चौक में भी मॉडल लेबर चौक बनाए जाने की योजना है। इन स्थानों पर भी सेक्टर-49 के मॉडल चौक जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
प्राधिकरण ने इन स्थानों के लिए जगह का चयन किया है और योजनाओं की शुरुआत भी कर दी है। इन जगहों पर भी कम्युनिटी किचन के माध्यम से सस्ते दामों पर खाना उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, इन स्थानों पर भी वही सुविधाएं दी जाएंगी जो सेक्टर-49 में प्रदान की जा रही हैं।
**मॉडल लेबर चौक की महत्वता**
मॉडल लेबर चौक की यह पहल मजदूरों के जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अधिकांश लेबर चौकों में न तो उचित बैठने की व्यवस्था होती है और न ही खाने-पीने की पर्याप्त सुविधाएं। नोएडा में यह नई पहल न केवल मजदूरों के जीवन स्तर को ऊंचा करेगी, बल्कि अन्य शहरों और क्षेत्रों के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य करेगी।
इस प्रोजेक्ट की सफलता से प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी तरह की सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं, जो कि अंततः देशभर के मजदूरों की स्थिति में सुधार लाने में मदद करेगी। नोएडा प्राधिकरण की यह पहल मजदूरों की आवश्यकताओं और उनके अधिकारों को मान्यता देती है और समाज में समानता और सम्मान की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।