नोएडा के थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में पुलिस और बाइक सवार बदमाशों के बीच सोमवार को एक मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, जबकि उसके साथी को पुलिस ने कांबिंग ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मुठभेड़ में दोनों बदमाशों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और लूटे गए सामान भी बरामद हुए हैं।
घटना नोएडा के छपरोली गोल चक्कर के पास हुई, जहां पुलिस ने बाइक सवार संदिग्ध व्यक्तियों को रोकने का प्रयास किया। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी आत्मरक्षा में गोली चलाने की कार्रवाई की। इस दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लग गई, जबकि उसका साथी भागने में सफल हो गया। घायल बदमाश को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दूसरे बदमाश को पुलिस ने इलाके में सघन कांबिंग के बाद गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान गाजियाबाद निवासी मोहन उर्फ मोनू और नितिन के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये दोनों बदमाश शातिर किस्म के लुटेरे हैं, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में मोबाइल और चेन लूट की आधा दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है।
एडिशनल डीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस की टीम ने दोनों बदमाशों के खिलाफ एक सख्त कार्रवाई की है और उनके कब्जे से दो तमंचे, कारतूस, पांच मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। मनीष कुमार मिश्र ने आगे कहा कि गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ की जा रही है, ताकि उनकी आपराधिक गतिविधियों और अन्य साथी अपराधियों का पता चल सके।
मुठभेड़ में घायल बदमाश की स्थिति
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान घायल हुए बदमाश नितिन को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल बदमाश का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल में इलाज के बाद उसकी स्थिति में सुधार हो सकता है, लेकिन पुलिस उसकी पूरी जानकारी लेने की कोशिश कर रही है ताकि उसकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके।
पुलिस का दावा: एनसीआर में लूट के कई मामलों का खुलासा
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार बदमाशों ने अपने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। दोनों आरोपियों ने दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न इलाकों में मोबाइल और चेन लूट की वारदातों को अंजाम दिया था। ये बदमाश विशेष रूप से उस समय लूट करते थे जब सड़क पर लोग मोबाइल या गहनों के साथ अकेले होते थे। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और उनकी आपराधिक गतिविधियों की जांच की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद बढ़ी पुलिस की सजगता
नोएडा पुलिस की इस सफलता से इलाके में सुरक्षा की स्थिति को लेकर कुछ राहत महसूस की जा रही है, लेकिन पुलिस ने इस घटना के बाद अपनी सजगता और बढ़ा दी है। पुलिस की मानें तो इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने अपनी गश्त को और भी मजबूत किया है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि लुटेरों की गतिविधियों को समय रहते रोका जा सके।
नोएडा पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल और सराहना
जहां एक ओर इस मुठभेड़ को पुलिस की मुस्तैदी और तेज़ कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान गोलीबारी की घटना को लेकर कुछ संगठनों ने पुलिस के तरीके पर चिंता जताई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई थी। अधिकारियों के मुताबिक, बदमाशों ने पहले पुलिस पर गोली चलाई थी, जिससे पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि इस मुठभेड़ के बाद पुलिस का नाम और कृत्य निश्चित रूप से जनता की नज़रों में एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा। नोएडा में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस का यह कदम सराहनीय बताया जा रहा है।
आगे की योजना और पुलिस का दृष्टिकोण
पुलिस ने यह भी कहा है कि अब उनकी योजना अपराधियों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई करने की है। गिरफ्तार किए गए बदमाशों से पूछताछ के बाद और भी अपराधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ से यह साबित हो गया है कि नोएडा पुलिस किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है और इलाके में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
अधिकारियों का कहना है कि शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस की गश्त को और भी सख्त किया जाएगा, ताकि अपराधियों को डराया जा सके और लोगों के बीच विश्वास बढ़ सके।
नोएडा पुलिस की इस सफलता के बाद, न केवल पुलिस बल के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्र के नागरिकों में भी सुरक्षा की भावना को बढ़ावा मिला है। हालांकि, पुलिस को अब भी कई और चुनौतियों का सामना करना होगा, लेकिन यह मुठभेड़ एक संकेत है कि पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कदम उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।