नोएडा: नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट की ओर से लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में थाना सेक्टर 24 पुलिस और नारकोटिक्स की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने शिलांग से गांजा लाकर छात्रों और युवाओं को सप्लाई करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के कब्जे से 5 किलो उच्च क्वालिटी का गांजा बरामद हुआ है।
गिरफ्तारी का विवरण
पुलिस ने आरोपियों दीपक कुमार चौधरी और जितेंद्र को सेक्टर 22 के एफ ब्लॉक में स्थित बारात घर के पास बने सार्वजनिक शौचालय के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, इन दोनों ने यह गांजा मेघालय के शिलांग शहर से लाया था, जहां यह 18,000 रुपये प्रति किलो की दर से मिलता है। दोनों आरोपी इसे नोएडा के विभिन्न शिक्षा संस्थानों और पीजी में रहने वाले छात्रों को पुड़िया बनाकर बेचते थे।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि ये तस्कर गांजा की ऑनलाइन सप्लाई भी करते थे। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस उनके डिजिटल माध्यमों और नेटवर्क की जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और तस्करी का नेटवर्क
थाना सेक्टर 24 के प्रभारी ने बताया कि इन तस्करों से बरामद गांजा उच्च गुणवत्ता का है। नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में गांजा की बढ़ती तस्करी के कारण छात्रों और युवाओं को नशे की लत में धकेला जा रहा है। पुलिस ने बताया कि मोटी कमाई के लालच में यह आरोपी नॉर्थ ईस्ट से गांजा मंगाकर यहां युवाओं को बेचते थे।
गौरतलब है कि पिछले एक साल में थाना सेक्टर 24 की पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की हैं। अब तक 42 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 80 किलो गांजा बरामद किया जा चुका है।
गांजे की तस्करी में छात्रों को निशाना
पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि दीपक और जितेंद्र खासतौर पर कॉलेज के छात्रों और पीजी में रहने वाले युवाओं को निशाना बनाते थे। वे छोटे-छोटे पैकेट बनाकर गांजा बेचते थे ताकि इसकी खपत और वितरण को आसानी से छुपाया जा सके।
पुलिस को यह भी शक है कि ये आरोपी बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हैं और उनके अन्य साथी भी नोएडा समेत अन्य शहरों में सक्रिय हो सकते हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर पूरे नेटवर्क को उजागर करने का प्रयास कर रही है।
नशे की दलदल से युवाओं को बचाने का अभियान
नोएडा पुलिस का कहना है कि नशे की तस्करी से युवाओं को बचाने के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। पुलिस कमिश्नरेट की विशेष टीम और स्थानीय थाने की पुलिस ने पिछले एक साल में बड़ी संख्या में तस्करों को गिरफ्तार कर नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की कोशिश की है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नशे के कारोबार से जुड़े लोगों को पकड़ने और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत न केवल स्थानीय तस्करों बल्कि बाहरी राज्यों से आने वाले तस्करों पर भी नजर रखी जा रही है।
गांजे की सप्लाई ऑनलाइन: एक नई चुनौती
इस मामले में यह तथ्य भी सामने आया है कि तस्कर गांजा की सप्लाई ऑनलाइन माध्यमों के जरिए भी कर रहे थे। सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कर ये आरोपी ग्राहकों से संपर्क करते थे और ऑर्डर पूरा करते थे।
पुलिस अब इनकी डिजिटल ट्रांजेक्शन और अन्य ऑनलाइन गतिविधियों की जांच कर रही है। इसके जरिए पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इनके ग्राहक कौन थे और गांजे की सप्लाई किन-किन जगहों पर की जाती थी।
पुलिस की अपील
नोएडा पुलिस ने युवाओं और उनके परिवारों से अपील की है कि वे नशे से दूर रहें और इसके खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस का सहयोग करें। यदि किसी को भी नशीले पदार्थों की तस्करी या बिक्री के बारे में जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करें।
पुलिस का कहना है कि नशे के इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और युवाओं को इस दलदल से बचाने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
नोएडा पुलिस का यह अभियान नशे के खिलाफ एक सख्त संदेश है। दीपक और जितेंद्र की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल लोग युवाओं को निशाना बना रहे हैं। पुलिस की तत्परता और लगातार कार्रवाई से इस तरह के अवैध धंधों पर लगाम लगाई जा रही है।
हालांकि, इस समस्या का स्थायी समाधान तभी संभव है जब पुलिस, समाज और परिवार एक साथ मिलकर काम करें और युवाओं को नशे के खतरे से बचाने के लिए जागरूकता फैलाएं।