दादरी, 2024: उत्तर प्रदेश के दादरी जिले में कोल्ड स्टोरेज के अंदर मिट्टी में दबा हुआ लगभग 300 टन गौ मांस मिलने से सनसनी फैल गई है। यह मांस कथित रूप से अवैध रूप से संग्रहीत किया गया था, जिसे अब सैकड़ों करोड़ रुपये की कीमत के रूप में आँका जा रहा है। गौ रक्षा संगठन और हिन्दूवादी संगठनों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है, और आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार इस गंभीर मामले पर चुप्प हैं।
मिट्टी में दबा पाया गया गौ मांस
पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र के लोग और गौ रक्षा संगठन इस मामले में सक्रिय थे। गौ रक्षा हिन्दू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर के नेतृत्व में प्रशासन ने कोल्ड स्टोरेज पर छापेमारी की, जिसमें लगभग 300 टन गौ मांस मिट्टी में दबा हुआ पाया गया। वेद नागर ने दावा किया कि इस मांस की कीमत 30 से 50 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है, और यह मांस अंतरराष्ट्रीय तस्करों द्वारा तस्करी के लिए संग्रहीत किया गया था।
गौ मांस तस्करी और अवैध व्यापार का खुलासा
यह गौ मांस मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल से तस्करी के माध्यम से लाया गया था। जांच में पता चला है कि इन गोवधों का हिस्सा बंगाल से लाकर इस कोल्ड स्टोरेज में संग्रहीत किया गया था, जो अवैध तरीके से मांस को विदेशी बाजारों में भेजने की तैयारी कर रहा था। गौ रक्षा संगठनों का आरोप है कि यह पूरा गिरोह स्थानीय नेताओं, पुलिस अधिकारियों और व्यापारियों के साथ मिलकर काम कर रहा था, जिन्होंने इस अवैध व्यापार को बढ़ावा दिया।
कोल्ड स्टोरेज मालिक की गिरफ्तारी और बुलडोज़र कार्रवाई की मांग
जांच के दौरान कोल्ड स्टोरेज के मालिक को गिरफ्तार किया गया, जो एक गैंगस्टर के रूप में पहचान रखता था। वेद नागर और अन्य गौ रक्षा कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस मामले में न सिर्फ कोल्ड स्टोरेज के मालिक, बल्कि उन सभी तस्करों और कसाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जिन्होंने इस घिनौने कारोबार में भाग लिया। इसके साथ ही, वेद नागर ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोज़र चलाकर इसे पूरी तरह से ध्वस्त किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोका जा सके।
वेद नागर ने कहा, “अगर आज ही गौ मांस के कसाइयों और कोल्ड स्टोरेज के मालिक पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं की जाती और बुलडोज़र नहीं चलाया जाता, तो हम 72 घंटे के भीतर महापंचायत का आयोजन करेंगे।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और सरकार इस मामले में सख्त कदम नहीं उठाती, तो वे पूरे भारत में इस मुद्दे को लेकर व्यापक आंदोलन करेंगे।
महापंचायत में शामिल होंगे प्रमुख नेता और संत
इस मामले में दादरी और आसपास के क्षेत्रों के हिंदू संगठन, साधु संत, और गौ भक्त सक्रिय हो गए हैं। डासना देवी मंदिर के महंत, लोनी विधायक नन्द किशोर गुर्जर और क्षेत्र के अन्य संत और हिन्दू संगठनों ने इस मामले को लेकर खुलकर विरोध किया है। वेद नागर ने बताया कि महापंचायत में पूरे भारत से गौ भक्त और हिंदूवादी नेता शामिल होंगे। “हम इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरेंगे और तब तक शांति से नहीं बैठेंगे, जब तक इन तस्करों और गौ मांस तस्करी के गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती,” वेद नागर ने कहा।
योगी सरकार पर निशाना
वेद नागर ने आरोप लगाया कि योगी सरकार के कुछ क्षेत्रीय नेता गौ हत्या को रोकने में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं। “यदि जिला प्रशासन और जिला अधिकारी इस मामले की सही जांच नहीं कराते, तो यह घिनौना व्यापार बंद नहीं होता।” उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के कुछ नेताओं और व्यापारियों का गौ मांस तस्करों के साथ गहरा गठजोड़ है, और यही वजह है कि इस मामले में न्याय मिलने में दिक्कतें आ रही हैं।
गौ रक्षा और हिंदू धर्म का संकट
गौ मांस तस्करी के इस बड़े खुलासे ने सनातन धर्म के अनुयायियों को गहरे आहत किया है। वेद नागर ने कहा, “यह हमारे लिए एक चुनौती है। हमारी गौ माताओं को काटा गया है, और यह हमारे धर्म और संस्कृति के खिलाफ है। हम इस अन्याय को नहीं सह सकते और न ही इसे बर्दाश्त करेंगे।” उनका कहना है कि इस मामले में जिन कसाइयों और कोल्ड स्टोरेज मालिकों का नाम सामने आया है, उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, और इन लोगों के खिलाफ जीवन भर का प्रतिबंध लगाया जाए।
आगे की रणनीति
गौ रक्षा संगठन और अन्य हिन्दू संगठनों ने भविष्य में कई बड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। इसके तहत, वे और भी गहरे स्तर पर इस गिरोह के खिलाफ अभियान चलाएंगे। वेद नागर ने कहा, “अगर प्रशासन और सरकार ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो हम पूरे भारत में इस मुद्दे को लेकर व्यापक आंदोलन करेंगे।” इसके अलावा, उन्होंने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय कसाइयों और मांस तस्करों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का भी दावा किया है।
स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों का सहयोग
गौ रक्षा हिन्दू दल को इस मामले में क्षेत्र के कुछ प्रमुख समाजसेवियों और नेताओं का समर्थन प्राप्त हुआ है। मेवात के सतीश हिन्दू, सुमित शर्मा, अशोक भाटी, बंटी गुर्जर, फतह नागर, सुमित राणा, विजय कुमार, सतीश गुर्जर और पंकज शर्मा जैसे स्थानीय नेता और समाजसेवी इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं। इन नेताओं ने भी इस मामले में न्याय की मांग की है और प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील की है।
निष्कर्ष
दादरी में गौ मांस तस्करी का यह मामला न केवल गौ रक्षा आंदोलन के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है, बल्कि यह पूरे समाज और सरकार के लिए भी एक गंभीर संकेत है। इस मुद्दे ने हिन्दू समुदाय, खासकर गौ भक्तों, के बीच गहरी नाराजगी पैदा की है। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार और प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से और प्रभावी कदम उठाते हैं, ताकि इस तरह की अवैध गतिविधियाँ भविष्य में न हो सकें।