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*ग्रेटर नोएडा: पुलिस मुठभेड़ में वांछित गौ तस्कर आलम घायल, तमंचा और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद*

ग्रेटर नोएडा, 23 नवम्बर: थाना बीटा-2 पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी करने वाले वांछित अपराधी आलम को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। यह मुठभेड़ ग्रेटर नोएडा के P3 गोल चक्कर के पास हुई, जिसमें आलम के पैर में गोली लगने के बाद वह घायल हो गया। उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। पुलिस के अनुसार, आलम पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लंबे समय से फरार चल रहा था।

आलम की गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, क्योंकि वह प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी में शामिल था और कई अन्य अपराधों में भी उसकी भूमिका रही है। पुलिस ने उसकी गतिविधियों की गुप्त सूचना मिलने के बाद उसे पकड़ने की योजना बनाई थी। इस ऑपरेशन में पुलिस को आलम के कब्जे से एक अवैध तमंचा, कारतूस और दिल्ली के मयूर विहार से चोरी की गई एक स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है।

पुलिस और तस्कर के बीच मुठभेड़

एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार के मुताबिक, पुलिस को आलम के बारे में गुप्त सूचना मिली थी कि वह ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सक्रिय है और उसे पकड़ा जा सकता है। सूचना के आधार पर पुलिस ने P3 गोल चक्कर के पास आलम को रोकने का प्रयास किया। जैसे ही पुलिस ने उसे घेरा, आलम ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस जवाबी कार्रवाई में आलम को पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लिया और इलाज के लिए अस्पताल भेजा।

पुलिस का कहना है कि आलम का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है। वह फरीदाबाद का निवासी है और प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी में मुख्य रूप से संलिप्त था। इसके अलावा वह अन्य कई अपराधों में भी आरोपी रहा है। पुलिस इस मुठभेड़ के बाद उसे रिमांड पर लेकर आगे की जांच में जुटी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आलम के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनकी मदद से और भी संदिग्धों की गिरफ्तारी की जा सकती है।

चोरी की मोटरसाइकिल और अवैध हथियार की बरामदगी

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आलम के पास से एक तमंचा, कारतूस और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है। बरामद मोटरसाइकिल दिल्ली के मयूर विहार से चोरी की गई थी। पुलिस ने इसे लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है और यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है कि आलम और उसकी टीम के अन्य सदस्य किस तरह से इन मोटरसाइकिलों का उपयोग कर रहे थे और क्या इसके पीछे और भी आपराधिक गतिविधियाँ छिपी हुई थीं।

पुलिस ने बताया कि आलम का आपराधिक नेटवर्क काफी जटिल था और वह कई राज्यों में सक्रिय था। वह आमतौर पर विभिन्न मार्गों से तस्करी के लिए प्रतिबंधित पशुओं की आपूर्ति करता था, जिनमें गाय, बैल और बकरियाँ शामिल थीं। इस प्रकार के अपराधों में शामिल होने के कारण आलम का नाम लंबे समय से पुलिस के रडार पर था। आलम की गिरफ्तारी से पुलिस को इस नेटवर्क के और भी महत्वपूर्ण लिंक का पता चलने की संभावना है।

पुलिस की सतर्कता और योजना

ग्रेटर नोएडा पुलिस की इस सफलता का मुख्य कारण उनकी सतर्कता और योजना है। एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस को जब से आलम की गतिविधियों के बारे में सूचना मिली थी, तब से ही उसकी गिरफ्तारी को लेकर एक मजबूत रणनीति तैयार की गई थी। पुलिस ने पहले इलाके की रेकी की और बाद में उसे पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू की।

पुलिस ने इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब आलम ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग की, तो उनकी प्रतिक्रिया में आलम को गोली लगी, जिससे उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित हो सकी। पुलिस ने यह भी बताया कि आलम के खिलाफ कई गंभीर मामलों में जांच चल रही है, और उसके साथ जुड़े अन्य अपराधियों की पहचान करने के लिए पूछताछ जारी है।

आलम का आपराधिक इतिहास

आलम का आपराधिक इतिहास बहुत ही लंबा और जटिल है। वह पहले भी कई बार पुलिस की पकड़ से बचने में कामयाब रहा था। पुलिस ने बताया कि आलम के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं, जिनमें पशु तस्करी, चोरी और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इसके अलावा, वह संगठित अपराधियों के साथ मिलकर अपने अपराधों को अंजाम देता था। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को कई और अपराधों की तह तक पहुँचने में मदद मिल सकती है।

पुलिस ने बताया कि आलम की गिरफ्तारी के बाद अब आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उसकी जानकारी के आधार पर अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या आलम किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था या फिर वह अकेले ही इन अपराधों को अंजाम दे रहा था। पुलिस की यह भी कोशिश है कि इस गिरफ्तारी से जुड़े और सुराग मिलें ताकि अन्य अपराधियों को भी पकड़ा जा सके।

ग्रेटर नोएडा पुलिस की यह मुठभेड़ और गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। यह न केवल आलम जैसे वांछित अपराधियों को पकड़े जाने का एक उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि पुलिस अपने क्षेत्र में अपराध को रोकने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में एक सकारात्मक संदेश गया है कि अपराधियों को कहीं भी छिपने का मौका नहीं मिलेगा और उन्हें सजा दिलवाने के लिए पुलिस हमेशा तैयार रहेगी।

आलम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस का ध्यान अब उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी पर है। पुलिस का कहना है कि आलम की गिरफ्तारी से क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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